इन “थ्री सी” (3Cs) में से पहला “सी” है “कॉन्विंस” (कॉन्विंस) यानी विश्वास दिलाना। आप अपने उत्पाद, सेवा या विचार (उत्पाद, सेवा या विचार) को जब बेचते हैं तो अपने ग्राहक-उपभोक्ता (ग्राहक/उपभोक्ता) को विश्वास की पहचान करने की कोशिश करते हैं कि बाजार (बाजार) में उपलब्ध विकल्पों के बीच यही सबसे अच्छा है । ग्राहक या उपभोक्ता अपनी किस समस्या को व्यवस्थित करने के लिए विकल्प ढूंढता है, उनमें से वह सबसे अच्छा निर्णय लेगा। समस्या ये है कि हर बार ग्राहक आपके कहने पर ही आपकी बात मान ले, ऐसा नहीं होता। ऐसी स्थिति में दूसरा “सी” अर्थात “करप्ट” (भ्रष्ट) काम आता है। इस प्रक्रिया से आप अच्छे वाकिफ हैं, इसका उत्कोच यानी रिश्वत-घूस (रिश्वत) देकर ग्राहक को पटाया जाता है। ऐसा हो सकता है कि ये भी काम न आयें, और उस स्थिति में तीसरा “सी” यानी “कन्फ्यूज” का प्रयोग होता है। इसमें आप ग्राहक (ग्राहक) को घुमाकर निकल खाते हैं ताकि वो आप जो बेचने निकले हैं, वो न भी ले तो कम से कम किसी और का कुछ न देखें। इससे आप (लाभ) नहीं होता है, लेकिन आप अपने विचित्र (प्रतिस्पर्धी) का भी झांसा देते हैं। क्या भारत में धार्मिक रूपांतरणों पर अनैतिक बिक्री के 3सी लागू किए जा सकते हैं? धर्मांतरण में इस तकनीक का सफलतापूर्वक उपयोग कैसे किया जाता है? मीडियम पर पूरा लेख पढ़ें – https://link.medium.com/1LFXkFBvcjb

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

2 thoughts on “अनैतिक विपणन और रूपांतरण के 3 सी क्या हैं | धर्म परिवर्तन में तीन सी क्या है?”
  1. साहेब विडियो का लाइट सही कीजिये और telepromptor के इस्तेमाल को सही तरीके से कीजये जिससे लगे की आप दर्शको से बात कर रहे हैं SEO भी नही किया गया है content उम्दा है मगर बाद बांकी पर काम करने की जरूरत है

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