पटना, 15 अक्टूबर राजधानी पटना के मध्य विद्यालय सिपारा के बच्चों के बीच पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया।
राजकीय सम्मान प्राप्त शिक्षिका डा.नम्रता आनंद के मार्गदशन में मध्य विद्यालय सिपारा के बच्चों के बीच पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। कोरोना काल में विकराल परिस्थितियों से उबरने में पेड़-पौधे कितने उपयोगी हैं यह बात बच्चों को समझायी गयी। बच्चों ने अपने विद्यालय को सुंदर बनाने के लिए बेकार पड़ी हुई बोतल और खाली डब्बो से गमला बनाया और पौधारोपण किया।कोरोना काल में सभी लोगों ने महसूस किया है कि हीरे से ज्यादा कीमती सबों के लिए हरियाली है, इसलिए हर हाल में जंगल को काटे जाने से रोकना होगा।

डा. नम्रता आनंद ने बताया कि पेड़ पौधे जीवन के आधार हैं। हर व्यक्ति को पौधारोपण करना चाहिए। आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण देने के लिए पौधारोपण हर हाल में करना होगा।मनुष्य समय रहते नहीं चेता तो प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण में देरी मानवता के सुरक्षित भविष्य के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है। आधुनिक जीवन शैली में परिवर्तन कर पर्यावरण के प्रति सजग एवं जागरूक समाज के निर्माण की आवश्यकता है। आज हमारे जीवन मे पेड़ों का बहुत महत्व है। पूरा विश्व प्रदूषण की चपेट में आ रहा है। ऐसे में हमें पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रत्येक व्यक्ति को एक पेड़ जरूर लगाने चाहिए। आज हम पेड़ो को कटता हुआ देख रहे हैं। जो पूरे विश्व मानव के लिए खतरे की बात है। पर्यावरण संरक्षण बहुत जरुरी है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्ण नंदन प्रसाद, नीलम शर्मा, उर्मिला कुमारी, पद्मावती कुमारी, मंजू कुमारी, संगीता कुमारी, आभा कुमारी शर्मा, विद्या कुमारी राजेश रंजन ने सभी बच्चों को प्रोत्साहित किया।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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