स्पा सेंटर की आड़ में चला रहा था देह व्यापार
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स्पा सेंटर चलाने के नाम पर लाइसेंस लेते हैं, फिर पुलिस से सेटिंग बनाकर देह व्यापार शुरू कर देते हैं। कमिश्नरी के चारों जोन में 200 से अधिक स्पा सेंटर संचालित हैं। स्पा सेंटर के संचालकों ने पुलिस की गतिविधि और कार्रवाई पर निगरानी के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे हैं।
इनमें शहर के सभी स्पा संचालक जुड़े हैं। स्पा सेंटरों से जुड़े सूत्र बताते हैं कि स्पा सेंटर, मसाज पार्लर के लिए श्रम विभाग से लाइसेंस लेना होता है। जीएसटी व एमएसएमई में पंजीकरण करना होता है। सरकारी फीस के लिए 45 सौ रुपये और 2000 हजार रुपये लाइसेंस बनवाने के लिए खर्च होते हैं।
पुलिस से सेटिंग कर शुरू होता है देह व्यापार
वहीं, एक हजार रुपये जीएसटी व एक हजार रुपये एमएसएमई में पंजीकरण कराने के खर्च करने होते हैं। इस तरह 8500 रुपये लगते हैं। लाइसेंस में स्टॉफ की संख्या निर्धारित होती है। इसी की आड़ में पुलिस से सेटिंग बनाने के बाद स्पा सेंटर संचालक देह व्यापार शुरू करा देते हैं।