पटना, 03 जुलाई साहित्यिक तथा सामाजिक संस्था थॉट्स न इंक तथा ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के संयुक्त तत्वाधान में काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के बुद्धिजीवियो , साहित्यप्रेमी युवाओं तथा कायस्थवंशी चिंतकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन जदयू के वरिष्ठ नेता एवं ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में भूतपूर्व प्रशासनिक अधिकारी श्री श्याम जी सहाय उपस्थित रहे, वहीं बतौर विशिष्ट अतिथि श्री मनीष वर्मा जो कि एक प्रसिद्द लेखक हैं एवं कवियत्री तथा चिंतक श्रीमती श्वेता गज़ल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
प्रदेश के सीमान्त क्षेत्रों से पधारे साहित्यानुरागी युवाओं ने ” अनेकता में एकता ” नामक विषय पर स्वरचित कविताओं का पाठ किया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रदेश के सुप्रसिद्ध कवि एवं लेखक श्री समीर परिमल , श्रीमती श्वेता सुरभि एवं श्री अविनाश सिन्हा मौजूद रहे ।

कार्यक्रम के संयोजक रहे थॉट्स न इंक के संस्थापक अभिषेक शंकर एवं ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के युवा अध्यक्ष पियूष श्रीवास्तव ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा विशेष तौर पर राजीव रंजन प्रसाद को इस कार्यक्रम के सफल नियोजन हेतु आभार प्रकट किया। अदिति सिन्हा एवं रश्मि सिन्हा ने इस सम्पूर्ण एकदिवसीय कार्यक्रम का संचालन किया।

By anandkumar

आनंद ने कंप्यूटर साइंस में डिग्री हासिल की है और मास्टर स्तर पर मार्केटिंग और मीडिया मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। उन्होंने बाजार और सामाजिक अनुसंधान में एक दशक से अधिक समय तक काम किया। दोनों काम के दायित्वों के कारण और व्यक्तिगत रूचि के लिए भी, उन्होंने पूरे भारत में यात्राएं की हैं। वर्तमान में, वह भारत के 500+ में घूमने, अथवा काम के सिलसिले में जा चुके हैं। पिछले कुछ वर्षों से, वह पटना, बिहार में स्थित है, और इन दिनों संस्कृत विषय से स्नातक (शास्त्री) की पढ़ाई पूरी कर रहें है। एक सामग्री लेखक के रूप में, उनके पास OpIndia, IChowk, और कई अन्य वेबसाइटों और ब्लॉगों पर कई लेख हैं। भगवद् गीता पर उनकी पहली पुस्तक "गीतायन" अमेज़न पर बेस्ट सेलर रह चुकी है। Note:- किसी भी तरह के विवाद उत्प्पन होने की स्थिति में इसकी जिम्मेदारी चैनल या संस्थान या फिर news website की नही होगी लेखक इसके लिए स्वयम जिम्मेदार होगा, संसथान में काम या सहयोग देने वाले लोगो पर ही मुकदमा दायर किया जा सकता है. कोर्ट के आदेश के बाद ही लेखक की सुचना मुहैया करवाई जाएगी धन्यवाद

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