आज गुजरात के विवादों की वजह से चर्चित रहे नेता हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हाल ही में हुए पार्टी के चिन्तन शिविर के बाद, आगामी गुजरात चुनावों के पास आते ही हार्दिक पटेल जैसे सुर्ख़ियों और विवादों में बने रहने वाले युवा नेता का पार्टी छोड़ना निश्चित रूप से कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका होगा। पाटीदार आन्दोलन के जरिये ओबीसी समूह में शामिल होने के आन्दोलन के जरिये चर्चा में आये हार्दिक 12 मार्च 2019 को कांग्रेस के सदस्य बने थे, जिसके बाद महज 16 महीनों में ही उन्होंने पार्टी के प्राथमिक सदस्य से लेकर कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष का सफर तय कर लिया।
गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक ने अपने इस्तीफे की शुरुआत करते हुए लिखा है कि अनेक प्रयासों के बाद भी कांग्रेस देश हित एवं समाज हित में काम नहीं कर रही। उन्होंने अपने इस्तीफ़े में आगे लिखा है कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है और युवा एक मजबूत नेतृत्व चाहते हैं। पिछले करीब तीन वर्षों में हार्दिक ने पाया कि कांग्रेस की राजनीति केवल विरोध की राजनीति बनकर रह गयी है।
उन्होंने कई विवादित विषयों की बात करते हुए लिखा है कि प्रभु श्री राम का मंदिर हो, सीएए-एनआरसी का मुद्दा हो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना हो अथवा जीएसटी लागू करने जैसे निर्णय हों, दश लम्बे समय से इनका समाधान चाहता था और कांग्रेस पार्टी सिर्फ इसमें एक बाधा बनने का काम करती रही। इस एक वाक्य से अनुमान लगाया जा सकता है कि उनका अगला ठिकाना संभवतः भाजपा है।
आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊँगा। pic.twitter.com/MG32gjrMiY
— Hardik Patel ( Modi Ka Parivar ) (@HardikPatel_) May 18, 2022