Reliance Jio ने एक स्टेटमेंट में बताया, “इन शहरों में कंपनी के यूजर्स को जियो वेल्कम ऑफर के लिए निमंत्रित किया जाएगा, जिसमें बिना किसी अतिरिक्त कॉस्ट के 1Gbps+ तक की स्पीड पर अनलिमिटेड डेटा मिलेगा।” रिलायंस जियो ने आंध्र प्रदेश के छह शहरों (अनंतापुरमु, भीमावरम, चिराला, नांदयाल, तेनाली), असम के तीन शहरों (डिब्रूगढ़, जोरहाट, तेजपुर), बिहार में गया, छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर और धमतरी, हरियाणा में थानेसर और यमुनानगर, कर्नाटक में चित्रदुर्ग, महाराष्ट्र में जलगांव और लातूर, ओडिशा में बालांगीर और नाल्को, पंजाब में जालंधर और फगवाड़ा और राजस्थान में अजमेर में शुरू की गई है।
इसके अलावा तमिलनाडु के कुडालोर, डिंडीगुल, कांचीपुरम, करूर, कुंबाकोणम, नागरकोइल, तंजावुर और तिरुवनामलाइ, तेलंगाना के आदिलाबाद, महबूबनगर और रामागुंडम और उत्तर प्रदेश के मथुरा में कंपनी की 5G सर्विसेज मिलेंगी। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि इन सर्विसेज के बीटा ट्रायल के 120 दिनों के अंदर इतने शहरों तक सर्विसेज को पहुंचाया गया है।
टेलीकॉम सेक्टर की दो बड़ी कंपनियों Bharti Airtel और रिलायंस जियो ने अगले वर्ष मार्च तक 15 करोड़ तक मोबाइल फोन यूजर्स के 5G में कन्वर्ट होने का टारगेट रखा है। ये दोनों कंपनियां अपनी 5G कवरेज को बढ़ा रही हैं। इस हाई-स्पीड सर्विस के लिए टैरिफ में भी बढ़ोतरी की जा सकती है। टेलीकॉम इंडस्ट्री से जुड़े एग्जिक्यूटिव्स और एनालिस्ट्स का कहना है कि अगला फाइनेंशियल ईयर टेलीकॉम कंपनियों के लिए एक बड़ा बदलाव लाएगा। ये कंपनियां अपनी 5G सर्विस का दायरा बढ़ाने के साथ ही अपने नेटवर्क को बेहतर बनाने पर भी फोकस करेंगी। अगले फाइनेंशियल ईयर में ये कंपनियां 1.5 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट कर सकती हैं। कर्ज के बोझ से दबे इस सेक्टर से पिछले तीन वर्षों में कुछ कंपनियां बाहर हुई हैं। पिछले वर्ष के अंत में टेलीकॉम सेक्रेटरी K Rajaraman ने कहा था, “5G के कारण यह वर्ष रोमांचक रहा है। यह एक बड़ा कदम है। हम अगले वर्ष 5G के तेजी से विस्तार की उम्मीद कर रहे हैं।” उन्होंने बताया था कि टेलीकॉम ऑपरेटर्स के ऑपरेशंस की कॉस्ट घटाने के लिए सरकार उपाय करना जारी रखेगी।