9 लोगों की हत्या पर स्पीकर ने पुलिस को फटकारा
मिनीमेट्रो लाइव, पटना
बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान आज तब एक अभूतपूर्व नजारा देखने को मिला जब लखीसराय के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुये भाजपा विधायक संजय सरावगी ने 52 दिन में 9 लोगों की हत्या मामले में प्रभारी मंत्री से पुलिस कार्यवाही पर जवाब चाहा।
भाजपा विधायक द्वारा यह मामला उठाने पर सरकार की तरफ से प्रभारी गृह मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव सवालों का जवाब दे रहे थे। विधायक मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और जवाब के बीच में ही बोलने लगे। उन्होंने सरकार को घेरते हुये कहा कि पुलिस दोषियों को नहीं पकड़ रही है, स्पीकर महोदय को भी पता ही है कि लखीसराय में पुलिस का रवैया क्या है। यह मामला उठते ही गुस्से में मुख्यमंत्री सदन में आए और हंगामा करने वालों को जमकर फटकारा। इस दौरान उन्होंने विधानसभाध्यक्ष को भी नहीं छोड़ा और बोले कि आप संविधान का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। इस तरह से सदन नहीं चलेगा। एक ही मामले को रोज-रोज उठाने का कोई मतलब नहीं है। इसके बाद मुख्यमंत्री और स्पीकर के बीच ही बहस होने लगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में विशेषाधिकार समिति जो रिपोर्ट पेश करेगी उस पर हम जरूर विचार करेंगे। सिस्टम संविधान से चलता है। किसी भी क्राइम की रिपोर्ट कोर्ट में जाती है, सदन में नहीं। जिस चीज पर जिसका अधिकार है, उसको करने दीजिए। हमारी सरकार न किसी को बचाती है और ना किसी को फंसाती है। किसी को कोई भ्रम हो तो बातचीत होगी, देखेंगे कि कौन सा पक्ष सही है।
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद विधानसभाध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि पुलिस की तरफ से लखीसराय की घटना पर खानापूर्ति की जा रही है। जहां तक संविधान की बात है तो मुख्यमंत्री जी, आप हमसे ज्यादा जानते हैं, मैं आपसे सीखता हूँ। जिस मामले की बात हो रही है, उसके लिए तीन बार सदन में हंगामा हो चुका है। मैं विधायकों का कस्टोडियन हूँ। मैं भी जनप्रतिनिधि हूँ, जब भी क्षेत्र में जाता हूँ तो लोग सवाल पूछते हैं कि सरकार इस पर गंभीरता से कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। आप लोगों ने ही मुझे विधानसभाध्यक्ष बनाया है। आसन को हतोत्साहित करने की कोई बात ना हो।
ज्ञात है कि लखीसराय में कई जगहों पर फरवरी में सरस्वती पूजा के दौरान ऑर्केस्ट्रा में बार-बालाओं का डांस हुआ था। हथियारों के प्रदर्शन के साथ ही नर्तकियों पर नोटों की बरसात भी हुयी थी। उसका वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आयी पुलिस ने दो ऐसे लोगों को अरेस्ट कर लिया जो ऑर्केस्ट्रा देखने मात्र गए थे। विधानसभाध्यक्ष जब अपने इलाके में गए तो लोगों ने शराब के अवैध धंधे और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। विधानसभाध्यक्ष ने तब डीएसपी और थाना प्रभारी को तलब कर उन्हें फटकार लगायी’ जिसपर डीएसपी और थाना प्रभारी ने उनके साथ ही अभद्रता कर दी। मामला आज भी विधानसभा की विशेषाधिकार समिति के पास है। बाद में विधानसभाध्यक्ष ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को बुलाकर दोनों को सस्पेंड करने को कहा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और उसके बाद से लगातार लखीसराय में कानून व्यवस्था पर सदन में सवाल उठाए जा रहे हैं।