कहानी
कहानी शुरू होती है बिहार विधान सभा चुनाव से जहाँ मौजूदा पार्टी जीतती नजर आ रही थी, उसी समय बिहार के डीजीपी ने सेखपूरा के कुख्यात गंगेस्टर चंदन महतो को पकड़ने का आदेश दिया शेखपुरा के SHO टीम गठित कर उसे पकड़ने जाते हैं की तभी ऊपर से आदेश आता है की चंदन महतो के साथ अभी कुछ भी नही किया जाए मतलब यहाँ पर खाकी पर खादी भारी पड़ती है उसके बाद काहनी फ़्लैश बेक में जाती है फिर काहनी में एंट्री होती है आईपीएस अमित लोधा की फिर कैसे अमित लोधा चंदन महतो के पीछे पड़ते हैं , कैसे चंदन महतो रवि किशन को मारकर डॉन बनता है , पूरी कहानी चंदन महतो और आइपीएस अमित लोधा के इर्द गिर्द घुमती है , कहानी अमित लोधा के एक नावेल बिहार डायरी पर आधारित है । काहनी दमदार है मगर ७ घंटे इस कहानी को खीचना थोड़ा लंबा है इसे कम मे भी खत्म किया जा सकता था मगर कहानी आपको बोर बिलकुल भी नही करेगी एक बार स्क्रीन से चिप्केगें तो चिपक से जायेंगे बाद बांकी आप इस ७ एपिसोड वाले वेब सीरीज को नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं ।
मुख्य कलाकार
- अमित लोढ़ा का अभिनय किया है करण टैंकर ने जिन्होंने परदे पर अपने अभिनय से अमित लोढ़ा को जीवंत कर दिया अविनाश सातो एपिसोड मे नजर आते हैं शुरू से अंत तक करण आपको परदे पर दिखाई देंगे। अविनाश इससे पहले रब ने बना दी जोड़ी , एक हजारो मे मेरी बहना है तथा स्पेशल ऑप्स मे नजर आ चुके हैं ।
- चन्दन महतो का किरदार निभाया है अविनाश तिवारी ने इनका रोल भी आपको शुरू से लेकर अंत तक देखने को मिलेगा इन्होने कुख्यात गैंगेस्टर का रोल अदा किया है ।
- अभिमन्यु सिंह ने SHO शेखपुरा का किरदार अदा किया है ये भी आपको शुरू से अंत तक नजर आएंगे
- आशुतोष राणा अंत मे आईजी शुरआत मे एसएसपी के रूप मे नजर आ रहें हैं इनका किरदार थोड़ा सा आपको गुदगुदाएगा भी
- रवि किशन ने एक डॉन की भूमिका निभाई है मगर दूसरे ही अध्याय मे वो चन्दन महतो के हांथो मारे जाते हैं। रवि किशन का बहुत ही छोटा किरदार है छोटा से मतलब है वो दो ही एपिसोड मे नजर आते हैं
- अनूप सोनी भी 3 से चार एपिसोड मे नजर आ रहें हैं
- बांकिया ने भी बढियाँ अभिनय किया है
विश्लेषण
कहानी , स्क्रीनप्ले , संगीत सब बढ़िया मगर थोड़ा लंबा खिंच लिया गया है बाद बांकी सब बढ़िया
हमारी और से इस वेब सीरीज को 10 मे से 9.5 स्टार
हमका बहुत बढ़िया लगा आपका पता नहीं